Success story of viral boy Bobby Raj: यह कहानी है बिहार के छोटे से गांव के में रहने वाले बॉबी राज का जो सिर्फ 12 साल के हैं और तीसरे कक्षा में अपने पिता के ही स्कूल में पढ़ते हैं और 10 वर्ग के बच्चों को गणित विषय पढ़ते भी है ।इनकी सफलता की कहानी पूरे भारत में फैला हुआ है यह लड़का सोनू सूद और मनीष कश्यप से भी मिल चुके हैं। इनके जज्बे और कठिन मेहनत के वजह से कई मीडिया इनके पीछे लगे रहते हैं इनसे मिलने के लिए। आज इस वायरल बाय बॉबी राज के बारे में जानेंगे।
घर पर पिता के बोर्ड पर लिखते पढ़ते थे।
जब बॉब राज 3 साल का था तो उसके माता ने एक प्राइवेट स्कूल में उनका एडमिशन करा दिया और स्कूल में लगने वाले सारे चीजें जैसे बैग ,जूते ,मौजे और ड्रेस भी खरीद ली है लेकिन जब बॉर्बी राजपूत स्कूल में पढ़ाई करने लगे तो वहां पर बहुत रोते थे। तभी उसके माता ने वहां से उसका नाम कटवा दिया जब यह छोटा लड़का घर पर रहते थे तो पिता के बोर्ड पर उनके मार्कर से लिखा करते ।थे उनके पिता बोलते थे कि जो भी मन में आए यहां पर लिखो ।बस यहीं से उनको बोर्ड पर लिखना और और पढ़ना समझ में आने लगा।
लॉकडाउन में सीखा गणित पढना।
उनके माता-पिता दोनों शिक्षक हैं जब लॉकडॉन हो गया तो सारे बच्चे घर पर ही रहने लगा और बॉबी भी।उनके पिता ने उन्हें बेसिक मैथ के बुक्स ला कर दिया जिसमें जीरो क्लास से 8 9 तक सभी गणित का सवाल मिल जाता था उन्होंने वहां से सारे फार्मूला और बेसिक रूल सीख लिए फिर 7 बुक भी गणित का खत्म कर दिया अब उन्हें सारे बेसिक रूल्स पता हो गया ।
दसवीं क्लास के विद्यार्थी को भी पढ़ाना शुरू कर दिया
बॉबी को सारे बेसिक मैथ का फॉर्मूला पता हो गया था इसी बीच एक दिन उसके पिता किसी काम से क्लास लेने में नहीं आ पाए तो बॉबी ने सोचा कि बच्चों को छुट्टी करने से अच्छा है कि मैं उसे पढ़ा दूं ।उसने उस दिन क्लास लिया और उसी दिन से उसे पढ़ाना बहुत अच्छा लगने लगा और बच्चों को भी उससे पढ़ना अच्छा लगा। बॉबी को मानना है कि अगर हम बच्चों को पढ़ाते हैं तो हमारा मैथ गणित का सारा कंसेप्ट याद हो जाता है और किलियर भी हो जाता है जिससे जिससे जिससे बॉबी और भी चीजों को जल्दी से सीखता है।
बॉबी सोनू सूद और मनीष कश्यप से भी मिल चुके है ।
बॉबी की सफलता की कहानी आज पूरे भारत में हो रहा है और यह सोनू सूद और मनीष कश्यप से भी मिल चुके हैं और कई मीडिया वाले इनके पीछे पड़े हुए हैं इनसे मिलने के लिए मनीष कश्यप से मिलकर इन है एक लैपटॉप भी मिला हैं।