ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ली जो रस के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन के अगले नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक होंगे जो की कंजरवेटिव पार्टी के वोटिंग के द्वारा चयन किए गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, जीत के लिए जरूरत 100 सीटों से भी अधिक लगभग 180 से भी कंजरवेटिव सांसदों का समर्थन ऋषि सुनक को मिला है।
जबकि प्रधानमंत्री के दूसरे उम्मीदवार पिन्नी को बहुत ही कम लगभग 26 सांसदों का समर्थन मिला है। जिसके कारण पिन्नी ने अपना नाम प्रधानमंत्री की रेस से वापस ले लिया है।
कौन है ऋषि सुनक
ब्रिटेन के अगले नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथमपैटन में हुआ था। ऋषि सुनक के पिता डॉक्टर हैं एवं देसी तीन भाई-बहनों में से सबसे बड़े भाई हैं।
ऋषि सुनक ने अपनी राजनीति की पढ़ाई ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से की एवं आओगे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से फिलॉसफी एवं इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की और फिर उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से अपना एमबीए कंप्लीट किया।
ऋषि सुनक की शादी नारायण मूर्ति जो कि इंफोसिस इस कंपनी के को फाउंडर भी हैं उनकी बेटी अक्षता से हुई हुआ है। इसी सुना की दो बेटियां भी हैं जिनका नाम कृष्णा और अनुष्का है।
ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री होंगे।
जीत के बाद ऋषि सुनक का ट्वीट
ऋषि को मिला सबसे ज्यादा सांसदों का समर्थन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की रेस में शामिल होने के लिए दावेदार को 100 से अधिक कंजरवेटिव पार्टी का समर्थन जुटाना होता है। तभी हुआ प्रधानमंत्री की रेस में शामिल हो सकता है।
जबकि एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषि सुनक को 100 से अधिक 190 कंजरवेटिव सांसदों का समर्थन मिला है जिसके बाद ऋषि सुनक को आधिकारिक रूप से प्रधानमंत्री बनना तय है।
लीगसएक्स ने बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री के पद को संभाला जिसमें लीज ट्रस ने ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री की रेस में पीछे छोड़ दिया था। लेकिन ट्रस ने सिर्फ 45 दिन के बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
ऋषि की देश को लेकर क्या है राय
ऋषि सुनक निंजा प्रधानमंत्री के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी तब उन्होंने यह कहा था कि, “वह देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने, अपनी पार्टी को एकजुट करने और देश के लिए काम करना चाहते हैं।”

ऋषि की राजनीतिक में कदम
ऋषि सुनक ने राजनीतिक में कदम 2014 ईस्वी में तब रखा जब उन्हें रिचमंड ( यार्क ) के लिए कंजरवेटिव पार्टी की तरफ से ऋषि सुनक को उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।
तब उन्होंने उस समय रिचमंड ( यार्क ) में पालिसी एक्सचेंज की ब्लैक एंड माइनॉरिटी एथनिक (BME) रिसर्च यूनिट का नेतृत्व किया था।
जिसके बाद उन्हें 2015 के रिचमंड ( यार्क ) के चुनाव में उन्हें सांसद के रूप में चुना गया था।
बधाई ऋषि, हमें आप पर गर्व है और हम आगे भी आपकी सफलता की कामना करते हैं। हमें विश्वास है कि आप यूके के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।
दामाद ऋषि सुनक के लिए इन्फोसिस सह-संस्थापक नारायण मूर्ति का संदेश